कविता दोहा सोरठा ,छंद गज़ल और गीत;
तेरे तक आते सभी ,रास्ते ये मनमीत .
रसते ये मनमीत ,सरस सुकुमार सुकोमल .
पल भर भी न हों, कभी धडकन से ओझल
मन-मन्दिर से बहे निरंतर भावुक सरिता .
तू है तू ही तू मेरी सम्पूर्ण कविता .
दीप जीरवी
जीवन अनेक रंगों में रंगा मिलता है ;जीवन रंगो में रंगे धनक को सुधि पाठकों के लिए समर्पित करता हूँ ; धन्यवाद DHANAK.THERAINBOW KITAB PAANAY KE LIYE SAMPRK KREIN 9814087063 EMAIL I.D. IS DHANAKTHERAINBOW @GMAIL.COM