क्या सच है और क्या है झूठ
क्या सच है और क्या है झूठ
क्या जल है और क्या है दूध .
नयन विहीन जाने न ;
क्या छाया और क्या है धूप.
सूखी रोटी के कहीं लाले
कोई उडाए सूप और जूस .
.ऊंचे महलों ने रोकी ;
झोंपड़ों के हिस्से की धूप
मन मन्दिर के तुम ठाकुर ;
मन भावन भावना की भूख .
दीप जीरवी