धनक -THE RAIN BOW

जीवन अनेक रंगों में रंगा मिलता है ;जीवन रंगो में रंगे धनक को सुधि पाठकों के लिए समर्पित करता हूँ ; धन्यवाद DHANAK.THERAINBOW KITAB PAANAY KE LIYE SAMPRK KREIN 9814087063 EMAIL I.D. IS DHANAKTHERAINBOW @GMAIL.COM

14 August, 2012

. भगत सिंह वादी ;या हों वो गांधी वादी ;...

आ गई आज़ादी लो छा गई आज़ादी  पूँजी-शावकों को लो भा गई आज़ादी .
भगत सिंह वादी ;या हों वो गांधी वादी ; देखें वो  पूँजी -सुरसा ,लो खा गई आजादी 'चीन में बना -माल 'पाटे बाज़ारों को ;अमरीकी धौंस हर दिन दबा गई आज़ादी .

लाड चाव पूरे हुए न दुल्हन के ,और देखो कैसे कब से मुरझा गई आज़ादी ,
शिक्षा -चकित्सा-न्याय मुफ्त में मिलेंगे ; तीनों मदों  की कीमत बढ़वा गई आज़ादी .

लोक-लाज,लोकराज मूल भाव भूला ;धन -बाहु-जाति-बल से छाए अपराधी .
फाके धक्के भ्रष्ट-तन्त्र मिला जन गण को ;स्विस बैंक धारकों की आ गई आजादी
दीप जीरवी


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