धनक -THE RAIN BOW

जीवन अनेक रंगों में रंगा मिलता है ;जीवन रंगो में रंगे धनक को सुधि पाठकों के लिए समर्पित करता हूँ ; धन्यवाद DHANAK.THERAINBOW KITAB PAANAY KE LIYE SAMPRK KREIN 9814087063 EMAIL I.D. IS DHANAKTHERAINBOW @GMAIL.COM

13 August, 2012

gazal







नयन मेरे सपनीले से हैं
तेरे नयन नशीले से हैं.

सूरज का रथ हांकते हान्पें ;
पेंच समय के ढीले से हैं .

क्यों रोई ये रात की रानी
पत्ते इसके गीले से हैं .

अब तक घर में ही बैठी वो ;
माँ-बाप के चेहरे पीले से हैं .

मुठी से ये झर जाएँ गे ;
पल बेशक रेतीले से हैं .

दीप जीरवी

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