धनक -THE RAIN BOW

जीवन अनेक रंगों में रंगा मिलता है ;जीवन रंगो में रंगे धनक को सुधि पाठकों के लिए समर्पित करता हूँ ; धन्यवाद DHANAK.THERAINBOW KITAB PAANAY KE LIYE SAMPRK KREIN 9814087063 EMAIL I.D. IS DHANAKTHERAINBOW @GMAIL.COM

26 February, 2012


भाव निर्झर -१ 
तुम हो मैं हूँ और ख़ामोशी
 झूमते पीपल पेड़ तले ;

चांदनी रात सलोनी महके ,
चुपके छुपके ख्वाब पले.

सरगोशी से हवा नशीली ,
कानों में कुछ बात करे ,

हमको हाथ पकड़ ले जाएँ
 तेरे सपने चाँद-परे.

आँख मिचौनी खेले जब हम ,
 मुझको तेरा साथ मिले 

बरसों बीते इस आशा में 
विश्वासों के दीप जले 

दीप जीरवी 

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