मेरा दिलबर हसीन नही बेशक ..
मेरा दिलबर हसीन नही बेशक
कोई उस सा कहीं नहीं बेशक .
वो कही की नही है शेह्जादी,
वो है दिल की मेरे खुशी बेशक .
आँखें उसकी न शरबती न सही ,
उस की आँखों में हूँ में ही बेशक .
उसकी आवाज़ में खनक न सही ,
करती है वो मेरी कही बेशक .
दीप बन कर कभी जो मैं आया ,
ज्योति बन कर के वो जली बेशक .
deepzirvi 9815524600
कोई उस सा कहीं नहीं बेशक .
वो कही की नही है शेह्जादी,
वो है दिल की मेरे खुशी बेशक .
आँखें उसकी न शरबती न सही ,
उस की आँखों में हूँ में ही बेशक .
उसकी आवाज़ में खनक न सही ,
करती है वो मेरी कही बेशक .
दीप बन कर कभी जो मैं आया ,
ज्योति बन कर के वो जली बेशक .
deepzirvi 9815524600
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