धनक -THE RAIN BOW

जीवन अनेक रंगों में रंगा मिलता है ;जीवन रंगो में रंगे धनक को सुधि पाठकों के लिए समर्पित करता हूँ ; धन्यवाद DHANAK.THERAINBOW KITAB PAANAY KE LIYE SAMPRK KREIN 9814087063 EMAIL I.D. IS DHANAKTHERAINBOW @GMAIL.COM

15 November, 2009

-- कल आज और कल



-- कल आज और कल (दीप जीर्वी  )
आज
 जो हालात हैं 
वक्त की मेहरबानी
कल न हम ऐसे थे न हालात
और
न ही कल भी
आज के हालात होंगे .
कल था काला
भयावह सपने की तरह
जिसके
खत्म होते ही
खत्म हुई
न उम्मीदी,
 निराशा,
आज
 विवशता का
नाम ओ निशान नही .
आज सिखाया
गुजरे कल ने
सम्भलना
----
आने वाले कल
सभी देखेंगे
कि
तब का आज
गुजरे कल के आज से
कहीं अधिक उज्ज्वल होगा
.
दीप जीर वी 
 





Labels:

0 Comments:

Post a Comment

Note: Only a member of this blog may post a comment.

Subscribe to Post Comments [Atom]

<< Home