एहसान
एहसान
ऐ जिंदगी !
हम एहसान तुझ पर किये जाते हैं
दिल के टुकड़े होने पर भी
उसको पाकर खोने पर भी
मन ही मन रोने पर भी
दर्द जिगर में होने पर भी
ऐ जिंदगी!
हम जिए जाते हैं
हम एहसान तुझ पर किये जाते हैं
ऐ जिंदगी !
हम एहसान तुझ पर किये जाते हैं
दिल के टुकड़े होने पर भी
उसको पाकर खोने पर भी
मन ही मन रोने पर भी
दर्द जिगर में होने पर भी
ऐ जिंदगी!
हम जिए जाते हैं
हम एहसान तुझ पर किये जाते हैं
{दीप जीरवी}
Labels: नज्म
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